अगर आप इस गृह पर सबसे मूल्यवान मुद्रा के बारे में सोचेंगे तो आपका दिमाग अबसे पहले डॉलर, दीनार, पाउंड आदि की ओर जायेगा. आप चाहें तो Bitcoin के बारे में भी सोच सकते हैं. चाणक्य के अनुसार, “इस दुनिया में समय सबसे मूल्यवान मुद्रा है.” जहां अगर एक सेकंड भी निकल जाये तो दुनिया की सबसे प्रभावशाली मुद्रा भी उसको बापिस खरीद नहीं सकती. हर किसी के पास प्रति सप्ताह समान समय होता है. चाहे वह स्थानीय चाय की दुकान के मालिक, आम दुकानदार या अंबानी, टाटा, बिल गेट्स आदि के रूप में बड़े उद्योगपति ही क्यूँ न हो.
सवाल ये है कि अंबानी,टाटा आदि अपनी और दूसरों की सफलता में ऐसा बड़ा अंतर बनाने के लिए क्या करते हैं? जानते हैं इस बारे में, ताकि आप भी समय का सदुपयोग कर सके-
सही काम सही तरह करें
जब हम समय प्रबंधन के बारे में बात करते हैं तो ये केवल प्राथमिकता प्रबंधन की एक कला मात्र है. सोचना ये है कि क्या हम प्राथमिकता को प्राथमिकता दे रहे हैं या समय सारिणी को प्राथमिकता दे रहे हैं. अगर हमारी प्राथमिकतायें निर्धारित है तो लक्ष्य को प्राप्त कर लेना कोई मुश्किल काम नहीं होगा हालांकि अगर हम समय सारिणी को प्राथमिकता देते हैं तो हमारे पास एक अच्छी समय सारिणी हो सकती है लेकिन सफलता को उस पैमाने पर हासिल नहीं किया जा सकेगा, जितनी हमें कामना होगी.
इसी तरह सही से काम करना या ठीक से काम करना, इसमें क्या अधिक महत्वपूर्ण है? बहुत से लोग मानते हैं कि चीजों को सही ढंग से करने से सफलता मिलेगी, लेकिन गलत काम को ठीक से करने से आप अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं, तो सही काम सही तरीके से करना ज्यादा महत्वपूर्ण है. सबसे पहले आपका पता करना होगा कि आपके लिए सबसे सही काम कौन सा है. उस काम को Choose करने के बाद जब भी काम करेंगे तो आपको पता भी नहीं लगेगा और काम हो जायेगा.
टाइम मैनेजमेंट की खास आदतें
- दिन भर के कामों को किसी कागज़ पर डिजिटल स्वरुप में लिख लें.
- दिन की शुरुआत में सबसे मुश्किल काम को प्राथमिकता दें.
- कार्यों की प्राथमिकता तय करें. महत्वपूर्ण कार्यों को जल्द समाप्त करें.
- ना कहना सीखें. सिमित समय में सिमित काम कर सकते हैं तो कामो के बोझ तले न दबें.
- अपने ब्रेक के समय पर नियंत्रण रखें, क्यूंकि इससे आपकी प्रोडक्टिविटी बिगड़ सकती है.
- कार्यों को सौंपना सीखें, क्यूंकि आप अकेले ही सब नहीं कर सकते.
- वर्कलेस पर अपने समय को ट्रैक करने के लिए अपनी डेस्क पर घड़ी रखें.
- कार्यों को छोटे लक्ष्यों में तोड़ें जिससे कि हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सके.
पेरेटो का सिद्धांत
शुरुआत से ही प्राथमिकतायें प्राप्त करने में पेरेटो का सिद्धांत महत्वपूर्ण है इसके अनुसार निवेश किये गए इनपुट का 20% प्राप्त परिणामों में से 80% परिणाम के लिए जिम्मेदार होता है इस सिद्धांत में स्मार्ट तरीके से काम करने की मांग की गयी है. अगर आप लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन में 20 घंटो का निवेश करते हैं पर यदि प्राथमिकतायें सही नहीं हैं तो आप उस काम को खत्म तो कर सकते हैं पर सही परिणाम नहीं मिलेगा.
तो लास्ट में इतना की कहूँगा अगर आप आपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको टाइम मैनेजमेंट की कला सीखनी ही होगी. आपको ये Article कैसा लगा Comments के माध्यम से ज़रूर बताएं और Facebook और WhatsApp पर भी Share करें.
Thank you sir for motivating me to get ahead and using my precious time in the right place and in the right time.